लेखनी कहानी -13-Feb-2025

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दो धार की दुआप हो तुम  खिली खिली  गुलाब हो तुम  शब्द जुवान की मिठास हो तुम  प्रेम में  पुर्ण विश्वास हो तुम  लहराती अलसी  कलसी कास हो तुम  दिल की ...

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